हरदा जिला

हरदा जिले में एक नई पहल की शुरुआत, बढ़ते उच्च रक्तचाप के प्रबंधन विषय पर कार्यशाला सम्पन्न

हरदा जिले में बढ़ते उच्च रक्तचाप और मधुमेह के प्रबंधन विषय पर बुधवार को पंच, सरपंचों की उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई.

मध्यप्रदेश के हरदा जिले में 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में बढ़ते उच्च रक्तचाप और मधुमेह के प्रबंधन विषय पर बुधवार को पंच, सरपंचों की उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित की गई. इस कार्यशाला का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष गजेन्द्र शाह ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया. इस दौरान उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि जनप्रतिनिधि गांव-गांव पहुंचकर लोगों को मधुमेह व रक्तचाप रोगों की दवाइयां उपलब्ध करा सकें. आज की कार्यशाला में जनप्रतिनिधियों को जो सिखाया जाए, उससे सीख कर हम अपने गांव की उन्नति कर सकते है तथा उसे स्वच्छ और स्वस्थ बना सकते हैं.

हरदा जिले में एक नयी पहल की शुरुआत

इस कार्यशाला में कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने कहा कि आज हरदा जिले में एक नयी पहल की शुरुआत हुई है. यह कार्यक्रम जिले में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. मधुमेह व रक्तचाप जैसे रोगों की आसानी से रोकथाम की जा सकती है, लोगों को सचेत करने मात्र से ही इस रोग का निवारण किया जा सकता है. इसके अंतर्गत 97 आरोग्य समितियों का गठन किया गया है. इन समितियों का मुख्य उद्देश्य लोगों को सशक्त बनाना तथा जागरूक करना है.

साथ ही कार्यक्रम में जिला पंचायत के प्रभारी सीईओ प्रवीण इवने ने बताया कि जिले के तीनों ब्लाक में 97 आरोग्य मंदिरों में जो समितियां गठित हुई है इन समितियों में जन-प्रतिनिधि सदस्य, आशा कार्यकर्ता, सीएचओ, ए.एन.एम, समूह की महिला, शिक्षक एवं जनपद की टीम सम्मिलित हैं. इस अवसर पर स्टेट टीम लीडर जपाइगो भोपाल डॉ. ज्योति बनवारी, सीनियर टेक्निकल सुपरवाईजर डॉ. रविकुमार एवी, सीएमएचओ डॉ. एच.पी. सिंह, जिला पंचायत के प्रभारी सीईओ प्रवीण इवने, याकूब मुजफ्फर जपाइगो भोपाल, डीएचओ एवं पंचायतों के सरपंच, बीपीएम, बीएएम, सीडीपीओ, डीईओ शिक्षा, डीपीओ एनआरएलएम स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे.

सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा मिला

सीनियर टेक्निकल सुपरवाइजर डॉ. रविकुमार एवी ने प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया कि किस प्रकार जन आरोग्य समितियां सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देकर एनसीडीज के बढ़ते बोझ को कम करने और एक स्वस्थ समुदाय बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. उन्होंने बताया कि जन आरोग्य समितियों के माध्यम से सहभागिता द्वारा गैर-संचारी रोगों एनसीडीज के प्रबंधन में समुदाय की भागीदारी, स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता अभियान, स्क्रीनिंग शिविर, जीवनशैली में बदलाव को बढ़ावा देना और निवारक उपायों पर ज़ोर देना शामिल है.

इन समितियों का उद्देश्य समुदायों को एनसीडीज के रोकथाम और नियंत्रण के प्रति जागरूक करना, जोखिम कारकों को कम करना और समय पर पहचान व प्रबंधन को सुनिश्चित करना है. इस अवसर पर जपाइगो की टीम द्वारा जन आरोग्य समितियों में जनप्रतिनिधियों की भूमिका, जन आरोग्य समितियों की बैठक प्रतिमाह करने, जन आरोग्य समितियों के बजट प्रबंधन के संबंध में विस्तार से बताया गया. बता दें कि जपाइगो एक अमेरिकी गैर-लाभकारी संगठन है, जो वैश्विक स्वास्थ्य में सुधार के लिए दुनियाभर में काम करता है. यह संगठन विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करता है. 

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